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एक पांव से विकलांग, हांकी का सहारा लेकर चलने वाले, राजनीती में वनजदार नेता बन कर उभरे

एक पांव से विकलांग, हांकी का सहारा लेकर चलने डोडिया राजनीती में वनजदार नेता बन कर उभरे

विधायक शेखावत की जीत में भी बदनावर ग्रामीण ब्लॉक की भूमिका अहम रही

बदनावर। एक पांव से विकलांग हांकी का सहारा लेकर चलने वाला व्यक्ति राजनीती में काफी वजनदार नेता बन कर काम कर रहा है। पिछले दो वर्ष से ब्लॉक कांग्रेस कमेटी बदनावर ग्रामीण अध्यक्ष का दायित्व पुरी निष्ठा एवं लगन से कर रहे है। जिले की मीटिंग हो या विधायक कार्यालय पर बैठक, हमेशा उपस्थित रहते है। विधायक शेखावत की जीत में भी ग्रामीण ब्लॉक की भूमिका अहम रही है।
बदनावर विधानसभा के पश्चिम में मिली बढत के कारण ही शेखावतजी को विजय संभव हो सकी है।

सदा मुस्कराते रहने वाले ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष घनश्यामसिंह डाडिया के बारे में बात कर रहे है। घनश्यामसिंह डोडिया छोटा कठोडिया के रहने वाले होकर पिछले दो साल से कांग्रेस को मजबूती प्रदान करने में लगे है। ग्रामीण ब्लॉक अध्यक्ष पद पर इनकी नियुक्ति होने पर कई प्रकार के सवाल उठाए गये थे। इनकी विकलांगता को कमजोर कडी माना गया था। किंतु डोडिया मेहनत व लगन से कांग्रेस पार्टी का काम करते रहे। धीरे धीरे समुचे क्षेत्र में पकड कर कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने में लगे रहे।


विधानसभा चुनाव में संगठन द्वारा जो भी जिम्मेदारी सौंपी गई, पुरी निश्ठा व लगन से निभायी गई। इनके काम मे शारीरिक विकलांगता कभी बाधा नहीं बनी। शारीरिक विकलांगता के बावजुद संगठन की बैठक व कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज करवाते रहते है।

विधायक भंवरसिंह शेखावत के भरोसे पर खरे उतरे डोडिया-
विधानसभा चुनाव में घनश्यामसिंह डोडिया ने पुरी निष्ठा से काम किया गया। शारीरिक विकालंगता के बावजूद पुरे चुनाव में रात दिन डटे रहे। विधायक शेखावत की जीत में अहम भूमिका निभायी। वही शेखावतजी द्वारा भी कानवन व केसूर ब्लॉक में अध्यक्ष का बदलाव किया गया। किंतु डोडिया की कार्यक्षमता पर भरोसा रखते हुए उन्हे पद पर बनाए रखा। सबके साथ खडे होकर काम करने के कारण डोडिया पर ब्लॉक कांग्रेस बदनावर के कार्यकर्ताओं का भरोसा है।

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